बोलिये, अपनी ज़ुबाँ पर, ताला ना कीजिये।
ज़मीर पर अपने यूँ पर्दा डाला ना कीजिये।।
है ज़िन्दगी वाकई सहल, मुबहम ना कीजिये।
बे-वजह की दुश्मनी पाला ना कीजिये।।
हम दोनों पहली बार मिल रहे थे। इससे पहले तक व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर बातचीत होती रही थी। हमारे बीच हुआ हर ऑनलाइन संवाद किसी न किसी मक़सद स...
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