Sunday, 1 April 2018

रुलाते हैं क्या।



जो हँसाते हैं, वही रुलाते हैं क्या?

ये लोग बे-सुरे हैं, यही गाते हैं क्या?


वो फ़र्द जो मुझसे बे-हद रश्क़ खाते हैं।

सोचता हूँ खाना-वाना खाते हैं क्या?


मेरे शेर नज़र हैं किस को, बता दूं?

ये बताने की बात है, बताते हैं क्या?


आजकल हमको तो कोई ख़्वाब नहीं आता।

तुम बताओ, सच कहो, तुमको आते हैं क्या?


क्यों माने हम हुक़्म आपका?, कौन हैं आप?

ये दुनिया तो उसकी है, आप चलाते हैं क्या?


"आ रहे हैं" कहकर आने वाले ना आए।

"जा रहे हैं" कहकर जाने वाले जाते हैं क्या?

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