And So According to me is Because of you Ma'am!
किसी मंच पर या महफ़िल में,
कमरे में या मैदान में...
चाय पर या खाने पर....
सुबह, दोपहर या शाम को,
मैं जब भी....
मैं जब भी....,
उनकी बातों, डाटों
कलामों, तरीकों,
फ़ज़ा, अदा,
समझाइश, सलीकों,
फ़िक्र, प्यार,
पयाम और करीनों,
के मुक़ाबिल बैठ जाता हूँ।
तो मैं चुप रहता हूँ,
अक्सर, चुप रहता हूँ,
यकसर, चुप रहता हूँ।
Keep Visiting!
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